Class 9 Kshitiz Hindi Chapter Premchand ke phate joote Important Questions/Extra Questions | Class 9 प्रेमचंद के फटे जूते Important Questions | प्रेमचंद के फटे जूते (अति महत्त्वपूर्ण प्रश्न)

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Class 9 Kshitiz Hindi Chapter Premchand ke phate joote Important Questions/Extra Questions | Class 9 प्रेमचंद के फटे जूते Important Questions | प्रेमचंद के फटे जूते (अति महत्त्वपूर्ण प्रश्न)


प्रेमचंद के फटे जूते (अति महत्त्वपूर्ण प्रश्न)





1. लोग फोटो में अधिक सुंदर क्यों दिखना चाहते हैं? 

उत्तर 
लोग फोटो में अधिक सुंदर दिखना चाहते हैं ताकि बाहरी दुनिया में उनकी प्रशंसा हो। इसके लिए वे जब फोटो खिंचवाते हैं तो कई प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करते हैं, जिससे कि फोटो में सुंदर और भले दिख सकें। वे माँगी हुई पोशाक तक पहनने में नहीं हिचकिचाते। कई तो इत्र लगाकर फोटो खिंचाते हैं। ताकि उनकी फोटो में भी खुशबू आ जाए।

2. लेखक के अनुसार, प्रेमचंद के जूते फटने का क्या कारण था?

उत्तर
लेखक के अनुसार, प्रेमचंद का जूता किसी सख्त चट्टान से टकराने के कारण ही फटा है। अर्थात् प्रेमचंद ने चट्टान से बचकर निकलने की कोशिश नहीं की बल्कि उसे रास्ते से हटाने का प्रयास किया। इसका अर्थ है कि वे हमेशा समाज की कुरीतियों से लड़ते रहे, भले ही उनका जीवन कष्टमय रहा हो।

3. प्रेमचंद की फोटो से उनके किस व्यक्तित्व का पता चलता है?

उत्तर
प्रेमचंद ने फोटो में फटे जूते पहन रखे हैं तथा बंद भी बेतरतीब ढंग से बँधे हुए हैं। उनकी पोशाक भी पुरानी है। इससे यही पता चलता है कि उनके वास्तविक जीवन और बाहरी जीवन में कोई अंतर नहीं था। उन्होंने हमेशा सादगीपूर्ण जीवन व्यतीत किया। इस प्रकार उनकी फोटो से उनके सरल व्यक्तित्व का पता चलता है।

4. 'पर्दे के महत्त्व' पर लेखक और प्रेमचंद में क्या अंतर है?

उत्तर
प्रेमचंद पर्दे को महत्त्व नहीं देते थे क्योंकि उन्होंने कभी अपनी वास्तविकता दुनिया से नहीं छिपाई। उन्होंने अपनी दुर्दशा पर पर्दा डालकर अच्छी छवि बनाने की कोशिश नहीं की। वहीं दूसरी ओर, लेखक को पर्दे का महत्व पता है। वे अपनी वास्तविकता दुनिया से छिपाकर रखना चाहते हैं। प्रेमचंद की तरह वे भी अभाव तथा कमी में जीवन व्यतीत कर रहे हैं, लेकिन अपनी दुर्दशा पर पर्दा डालकर कमजोरियाँ छिपाते हैं।


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