NCERT Solutions For Class 10 Hindi Kshitiz Chapter 5 उत्साह और अट नहीं रही | उत्साह, अट नहीं रही है (अभ्यास-प्रश्न)

27

NCERT Solutions For Class 10 Hindi Kshitiz Chapter 5 उत्साह और अट नहीं रही | उत्साह, अट नहीं रही है (अभ्यास-प्रश्न)


उत्साह (अभ्यास-प्रश्न)





प्रश्न 1. कवि बादल से फुहार, रिमझिम या बरसने के स्थान पर गरजने के लिए कहता है क्यों?

निश्चय ही बादल अपने जल से पृथ्वी के प्राणियों की प्यास बुझाता है और उन्हें प्रसन्न करता है। लेकिन कवि बादल को गरजने के लिए इसलिए कहता है ताकि सोई हुई आत्माएँ जाग जाएँ और उनके मन में क्रांति का संचार हो। क्रांति और परिवर्तन से ही नए युग का निर्माण हो सकता है इसलिए कवि बादल को बरसने की अपेक्षा गरजने के लिए कहता है। 

प्रश्न 2. कविता का शीर्षक 'उत्साह' क्यों रखा गया है?

प्रस्तुत कविता एक आह्वान गीत है। कवि बादल से गरजने के लिए कहता है। गरजन बादल की शक्ति को व्यक्त करता है। इसलिए कवि बादल को गरज-गरज कर प्रेरणा देने के लिए आह्वान करता है। बादल को बिजली की सुंदरता और वज्र जैसी शक्ति को अपने हृदय में छुपाने वाला बताया गया है। साथ ही बादल को नवजीवन देने वाला भी बताया है क्योंकि उसके जल से ही प्राणी मात्र के जीवन में नया उत्साह व सुख मिलता है। अतः बादल के इसी विशेष गुण के आधार पर इस कविता का शीर्षक 'उत्साह' रखा है।

प्रश्न 3. कविता में बादल किन किन अर्थों की ओर संकेत करता है?

कविता में बादल कल्पनाशक्ति और क्रांति की भावना की ओर संकेत करता है। बादल पीड़ित लोगों की आशाओं और जन-जन के मन में उत्साह और संघर्ष का भाव भरने वाला है। कवि ने बादल को नवजीवन देने वाला भी कहा है क्योंकि वह अपने जल से मुरझाई हुई धरती को हरा-भरा करके उसमें नवजीवन का संचार कर देता है।                   

प्रश्न 4. शब्दों का ऐसा प्रयोग जिससे कविता के किसी खास भाव या दृश्य में ध्वन्यात्मक प्रभाव पैदा हो, नाद- सौंदर्य कहलाता है। उत्साह कविता में ऐसे कौन से शब्द है जिनमें नाद सौंदर्य मौजूद है, छाँटकर लिखें। (परीक्षोपयोगी नहीं है)

विद्युत छबि, वज्र, इत्यादि ऐसे शब्द हैं जिससे नाद सौंदर्य का भाव मिलता है।


अट नहीं रही है (अभ्यास-प्रश्न)




प्रश्न 1. छायावाद की एक खास विशेषता है अंतर्मन के भावों को बाहर की दुनिया से सामंजस्य बिठाना।  कविता की किन पंक्तियों को पढ़कर यह धारणा पुष्ट होती है?  लिखिए। (परीक्षोपयोगी नहीं है)

कविता की कई पंक्तियों को पढ़कर यह धारणा पुष्ट होती है। उदाहरण के लिए; जब कवि कहता है, ‘आभा फागुन की तन सट नहीं रही है।‘ एक अन्य उदाहरण उस पंक्ति से लिया जा सकता जिसमें कवि कहता है कि उसकी आँखें हट नहीं रही है चाहे वह उन्हें लाख हटाना चाहता है।

प्रश्न 2. कवि की आँख फागुन की सुंदरता से क्यों नहीं हट रही है?

फागुन मास का प्राकृतिक सौंदर्य अत्यंत सुंदर है। चारों ओर हरियाली छाई हुई है। हरे-भरे पत्तों और रंग-बिरंगे फूलों से वृक्ष लदे हुए हैं। फागुन का यह सौन्दर्य प्रकृति में समा नहीं रहा है। सर्दी की ऋतु के पश्चात वसंत का आगमन हो जाता है। इस सारे वातावरण का मानव पर गहरा प्रभाव पड़ता है इसीलिए कवि अपनी आँखों को ऐसे सौन्दर्य से हटाना नहीं चाहता।

प्रश्न 3. प्रस्तुत कविता में कवि ने प्रकृति की व्यापकता का वर्णन किन रूपों में किया है?

कवि ने प्रकृति की शोभा को वैभवशाली बताया है क्योंकि फागुन मास में बाग बगीचे आदि सभी स्थानों के पेड़ों पर हरे-भरे पत्ते लद जाते हैं जिसमें संपूर्ण वातावरण आकर्षक बन जाता है। फूलों से लदे पेड़ ऐसे लग रहे हैं मानो उन्होंने अपने गले में सुगंधित फूलों की मालाएँ डाल रखी हो। चारों ओर उत्साह का अद्भुत वातावरण बन जाता है। 

प्रश्न 4. फागुन में ऐसा क्या होता है जो बाकी ऋतुओं से भिन्न होता है?

फागुन मास के आने पर सभी पेड़ पौधों के झड़े हुए पत्तों के स्थान पर नए पत्ते आ जाते हैं। सर्दी की ऋतु समाप्त हो जाती है। मौसम अत्यंत आकर्षक बन जाता है। सरसों ऐसी लगती है जैसे धरती ने पीली चादर ओढ़ रखी हो। खेतों में दूर-दूर तक हरियाली छा जाती है। सभी बाग बगीचों में खड़े वृक्ष पर भी फूल आ जाते हैं। पक्षियों की मधुर ध्वनि सुनाई देती है, मानो जीवन में स्फूर्ति का संचार होने लगता है। सभी प्राणियों में नया उत्साह भर जाता है। यही कारण है कि फागुन मास अन्य ऋतुओं से भिन्न है।

प्रश्न 5. इन कविताओं के आधार पर निराला के काव्य-शिल्प की विशेषताएँ लिखिए।

इन कविताओं के आधार पर निराला जी ने अपनी भाषा में मधुर शब्दावली की योजना, संगीतात्मकता, लाक्षणिकता तथा  प्रकृति का मानवीकरण दिखाया है। बादल निराला जी को बहुत प्रिय रहा है। इसलिए नहीं कि वह सुंदर है, बल्कि इसलिए भी कि वह शक्ति का प्रतीक है। 'अट नहीं रही है' शीर्षक कविता में निराला जी ने देशज शब्दों का प्रयोग किया है। जिससे भाषा की प्रवाहमयता देखते ही बनती है।


Post a Comment

27Comments

If you have any doubts, Please let me know

  1. Sir board sample papers bhi daal diye jayen to sara important saman complete ho jayga

    ReplyDelete
  2. Sir previous years board question bhi daal dijiye ga

    ReplyDelete
  3. hi my name is prateek sharma my father name is kapil sharma my mother name is geeta sharma my sister name is pragya sharma

    ReplyDelete
  4. Nice content . thank you sir

    ReplyDelete
  5. Suuuuuuuuiiiiiii

    ReplyDelete
  6. Sir ji Aapka Bahut bahut sukriya
    Prantu ydi aap mujhe phele mil gaye hote to maja aa jata

    ReplyDelete
  7. Are you great sir 👌👌👌👌
    Aap nahi hote to Mera kya hota 🤔 🤔 🤔🤔
    Thank you so much sir ❤❤❤️❤️

    ReplyDelete
  8. HI SIR APKI VAJAH SE MERA EXAM ACCHA GYA.AAPKE DIYE HUE QUESTIONS SE HI PAPER AAYA.DHANYAVAD

    ReplyDelete
  9. https://youtu.be/mtv-LQTemMk?si=bjM1qnDFbgGlUlfh

    ReplyDelete
Post a Comment