Class11 and 12 Hindi Abhivyakti Aur Madhyam NCERT Book Chapter Kaise likhe kahani (अभ्यास प्रश्न) / कैसे लिखे कहानी Question Answer

0

Class11 and 12 Hindi Abhivyakti Aur Madhyam NCERT Book Chapter Kaise likhe kahani (अभ्यास प्रश्न) / कैसे लिखे कहानी Question Answer 




Class 12 Hindi Abhivyakti Aur Madhyam Question Answer



प्रश्न 1 चरित्र चित्रण के कई तरीके होते हैं। ईदगाह कहानी में किन-किन तरीकों का इस्तेमाल किया गया है?इस कहानी में आपको सबसे प्रभावी चरित्र किसका लगा और कहानीकार नहीं उसके चरित्र चित्रण में किन-किन तरीकों का उपयोग किया है?

उत्तर— कहानी में किसी भी पात्र का चरित्र चित्रण उसके क्रियाकलापों , संवादों तथा अन्य व्यक्तियों द्वारा उसके संबंधित बोले गए संवादों से होता है। लेखक स्वयं भी किसी पात्र की चारित्रिक विशेषताओं को उजागर करने के लिए कुछ संकेत दे देता है।ईदगाह कहानी में लेखक ने पात्रों के चरित्र चित्रण के लिए इन सभी तरीकों का प्रयोग किया है। ईदगाह कहानी का पात्र हामिद हमें सबसे अधिक प्रभावित करता है विराम लेखक ने हामिद का परिचय देते हुए लिखा है–वह चार पांच साल का गरीब सूरत दुबला पतला लड़का जिसका बाप गत वर्ष भेजे की भेंट हो गया और मां न जाने क्यों पीली होती होती 1 दिन मर गई। लेखक ने संवादों के माध्यम से भी हामिद के चरित्र को स्वर प्रदान किया है। हामिद का मेले में चिमटा खरीदना उसके मन में अपनी दादी के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। उसे रोटी पकाते समय दादी के हाथ के जलने की चिंता रहती थी , इसीलिए उसने चिमटा खरीदा। हामिद का मिठाई और मिट्टी के खिलौनों पर पैसे बर्बाद न करना उसकी समझदारी को व्यक्त करता है। इस प्रकार ईदगाह कहानी में लेखक ने स्वयं , संवादों के माध्यम से तथा अन्य बच्चों के वार्तालाप उसे हामिद का चरित्र चित्रण किया है।

प्रश्न 2 संवाद कहानी में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महत्व के हिसाब से क्रमवार संवाद की भूमिका का उल्लेख कीजिए।

उत्तर— कहानी में संवादों का महत्वपूर्ण स्थान होता है। संवाद कहानी को गति प्रदान करते हैं। कहानी में चित्रित पात्रों का चरित्र चित्रण संवादों के माध्यम से होता है। जो घटना अथवा प्रतिक्रिया कहानीकार होती हुई नहीं दिखा सकता उसे संवादों के द्वारा प्रस्तुत किया जा सकता है। समाधि से पात्रों के बौद्धिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक स्तरों का ज्ञान भी हो जाता है। उदाहरण के लिए ईदगाह कहानी मुस्लिम परिवेश को व्यक्त करती है इसीलिए इसके संवादों में उर्दू के शब्दों की अधिकता है। अधिकतर संवाद बच्चों के हैं इसीलिए बच्चों की कल्पना को भी पूरी तरह से उभारा गया है। जैसे–जिन्नात को मिलने वाले रुपयों के बारे में मोहसीन और हामिद का यह वार्तालाप—

मोहसीन ने कहा–जिन्नात को रुपयों की क्या कमी? जिस खजाने में चाहे, चले जाए।

हामिद ने फिर पूछा–जिन्नात बहुत बड़े बड़े होते हैं।

मोहसीन–एक एक का सिर आसमान के बराबर होता है।

यह वार्तालाप से बच्चों के भोलेपन , कुतूहल आदि चारित्रिक गुणों का भी पता चलता है। संवाद पात्रों के स्तर के अनुरूप , सरल , सहज , स्वाभाविक , संक्षिप्त तथा अवसरानुकूल होने चाहिए। अनावश्यक रूप से लंबे संवाद कथानक में गतिरोध उत्पन्न कर देते हैं।

प्रश्न 3 नीचे दिए गए चित्रों के आधार पर चार छोटी-छोटी कहानियां लिखिए।

उत्तर—

image 1
image 2
image 3
image 4
  1. एक दिन राम घर में घुस रहा था और उसकी मां अपना काम कर रही थी। अचानक उसकी मां की नजर उसके शहीद पति मेजर करण सिंह पर पड़ी। उसने राम को बुलाते हुए कहा कि क्या तुम्हें याद आएगी तुम्हारे पिता का देहांत कब हुआ था? उनको मरे हुए एक वर्ष हो गया था। राम ने बिल्कुल ठीक-ठाक जवाब दे दिया। उसकी मां ने उसे उन्हें प्रणाम करने को कहा । दोनों ने उनको प्रणाम किया और भगवान से प्रार्थना की कि अगले जन्म में वही हमारे परिवार के सदस्य बने। उनके परिवार में शहीद की पत्नी और उनका 8 साल का लड़का राम रहते थे। राम ने बड़े ही आदर से अपनी मां से पूछा कि उनका देहांत कैसे हुआ था । उसकी मां ने बताया कि दुश्मनों को मारते मारते हैं वह खुद भी चल बसे। उन्होंने वहां दीपक जलाया और वापस अपने अपने काम में लग गए।

  2. एक रात एक चोर किसी के घर चोरी करके आया था। जाते-जाते उसने देखा एक सरकारी नौकर पेड़ काट रहा था । रात बहुत हो चुकी थी । सारा शहर सो गया था । कोई वाहन सड़क पर नहीं था । केवल वह चोर और वह पेड़ काटने वाला ही सड़क पर थे।चोरनी सारा तमाशा एक कोने में खड़े होकर देखा । पहले तो वह बहुत खुश हो रहा था । लेकिन बाद में जब उसने सारा पेड़ काट दिया तो उसके पत्थर दिल में थोड़ी हमदर्दी उस पेड़ के लिए आई। धीरे-धीरे उस चोर का दिल मोम की तरह पिघल गया। उसने सोचा कि यह पेड़ हमें छाया देते हैं। काटे जा रहा है। उसने चोरी किया हुआ सामान वापस उस घर में रखा जहां से उसने चोरी की थी वापस आकर देखा तो सारा पेड़ कट चुका था और वह आदमी वही उसे काट कर सो गया था। चोर ने अपनी बंदूक सात के तालाब में फेंक दी और प्रण लिया कि वह सारे बुरे काम छोड़ देगा और एक आम आदमी बनकर रहेगा। उसने अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया। उसे 10 साल की जेल हुई। बाहर आकर उसने कुछ कमाने के लिए टी स्टॉल खोल लिया और खुशी-खुशी जीने लगा।

  3. राजू और उसकी मां हर रोज की तरह अपना अपना काम कर रहे थे। उसकी मां फोन पर बात कर रही थी और वह बाहर खेल रहा था। वह घर पर आया और सीधा रसोई की तरफ चल पड़ा वह बहुत प्यासा था। गैस खुली हुई थी। उसने जैसे ही लाइट का स्विच ऑन किया वैसे ही धमाका हुआ और रसोई में आग लग गई। उसने चिल्लाना शुरू कर दिया–’बचाओ-बचाओ’।उसकी मां ने आवाज सुनी और वह घबरा गई । वह मदद के लिए आसपास के घरों में भागी। लेकिन कोई मदद करने को तैयार नहीं था। उसने फोन उठाया और 102 पर डायल किया। फायर ब्रिगेड को आने में 15 मिनट लगने थे। उसने आग बुझाने की पूरी कोशिश की लेकिन आग धीरे-धीरे बढ़ती जा रही थी । राजू बेहोश हो गया था उसकी मां को डर था कि वह मरना गया हो अचानक फायर ब्रिगेड ने आग बुझा दी। राजू को अस्पताल पहुंचा दिया गया।थोड़े दिनों में ही वह ठीक हो गया और फिर से खेलने लगा। उसकी मां ने सीखा कि कभी भी गैस खुले नहीं छोड़नी चाहिए।

  4. रोहित एक 8 साल का लड़का है। उसे पढ़ना बहुत पसंद था। लेकिन जब से उसके घर में नया टेलीविजन आया तब से वह सारे काम छोड़ कर टीवी देखता रहता है। उसने पढ़ना तक छोड़ दिया। उसे अब पढ़ने में कोई रुचि नहीं थी मैं सारा दिन एक तक आंखें लगाए टीवी देखता रहता था। मैं 24 घंटे में से कम से कम 10 घंटे टीवी देखता रहता था और मेरा उसका दिमाग का वैसे ही सोचने लगता जैसे टीवी में देखता था। वह स्कूल से बहुत छुट्टी लेता था। वह  अपने दोस्तों से भी लड़ता रहता था। वह दिन भर टीवी देखते देखते पतला होते जा रहा था। वह जल्द ही बीमार हो जाता था । उसके माता पिता जी ने सोच लिया कि वह टीवी की तार काट देंगे। उन्होंने केवल की तार काट दी। वह बहुत रोने लगा। वह पूरा दिन रोता रहा। उसकी मां ने उसे समझाया कि ज्यादा टीवी देखने से आंखें खराब हो जाती है और पढ़ाई में ध्यान नहीं लगता। स्कूल जाने का मन भी नहीं करता।जो उसकी मां ने उसे समझाया वह सब समझ गया और उसने अपनी मां से वादा किया कि वह अब 1 घंटे से ज्यादा टीवी नहीं देखेगा। उसका पढ़ाई में ध्यान लगना शुरू हो गया और वह फिर कक्षा में अच्छे अंक लाने लगा। इस कहानी से सीख मिलती है कि हमें ज्यादा टीवी नहीं देखना चाहिए और अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।

प्रश्न 4 एक कहानी में कई कहानियां छिपी होती है। किसी कहानी को किसी खास मोड़ पर रोककर नई स्थिति में कहानी को नया मोड़ दिया जा सकता है। नीचे दी गई परिस्थिति पर कहानी लिखने का प्रयास करें–

“सिद्धेश्वरी ने देखा कि उसका बड़ा बेटा रामचंद्र धीरे-धीरे घर की तरफ आ रहा है। रामचंद्र मां को बताता है कि उसे अच्छी नौकरी मिल गई।”आगे की कहानी अपने आप लिखिए।

उत्तर– सिद्धेश्वरी ने देखा उसका बड़ा बेटा रामचंद्र धीरे-धीरे घर की तरफ आ रहा है। रामचंद्र मां को बताता है कि उसे अच्छी नौकरी मिल गई। सुनते ही मां खुशी से झूम उठी और आंगन की तरफ दौड़ पड़ी। वहां चारपाई पर लेटे हुए अपने पति को जाकर कहती है–सुनते हो!”अपने राम को अच्छी नौकरी मिल गई है ।”

राम के पिता ऊंघते हुए उठ बैठते हैं और राम को अपने पास बैठा कर उससे पूछते हैं–कहां नौकरी मिली है?

राम–सीसीएल में

पिता–क्या वेतन मिलेगा?

राम–₹5000

यह सुनते ही राम के पिता और माता उस पर न्योछावर होते हैं। उन्हें लगता है कि अब तो उनके दिन फिर जाएंगे और घर में खुशहाली आ जाएगी पूर्व में राम राम के पिता मिठाई लेने बाहर निकल जाते हैं और मां राम को प्यार से खाना खिलाने लग जाते हैं।

Post a Comment

0Comments

If you have any doubts, Please let me know

Post a Comment (0)