2017 CBSE Class 10 Hindi B PYQ | Class 10 Hindi B PYQ | Class 10 Hindi B PYQ Question | Class 10 Hindi PYQ Course B 2017

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2017 CBSE Class 10 Hindi B PYQ | Class 10 Hindi B PYQ | Class 10 Hindi B PYQ Question | Class 10 Hindi PYQ Course B 2017


HINDI  COURSE B (2017)

Outside Delhi Term II [Set-I]

निर्धारित समय 3 घण्टे :

अधिकतम अंक : 90


खंड ''


1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-            [2 × 6 = 12]

प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। इसके आगे सारी समस्याएँ बौनी हैंलेकिन समस्या एक प्रतिभा को खुद दूसरी प्रतिभा से होती है। बहुमुखी प्रतिभा का होना अपने भीतर एक प्रतिभा के बजाय दूसरी प्रतिभा को खड़ा करना है। इससे हमारा नुकसान होता है। कितना और कैसे ?

मन की दुनिया की एक विशेषज्ञ कहती हैं कि बहुमुखी होना आसान हैबजाय एक खास विषय का विशेषज्ञ होने की तुलना में बहुमुखी लोग स्पर्द्धा से घबराते हैं। कई विषयों पर उनकी पकड़ इसलिए होती है कि वे एक में स्पर्द्धा होने पर दूसरे की ओर भागते हैं वे आलोचना से भी डरते हैं और काम में तारीफ सुनना चाहते हैं। बहुमुखी लोगों में सबसे महान् माने जाने वाले माइकल एंजेलो से लेकर अपने यहाँ रवीन्द्रनाथ टैगोर जैसे कई लोग थेलेकिन आज ऐसे लोगों की पूछ-परख कम होती है। ऐसे लोग प्रतिभाशाली आज भी माने जाते हैंलेकिन असफल होने की आशंका उनके लिए अधिक होती है। आज वे लोग 'विंची सिंड्रोम से पीड़ित माने जाते हैंजिनकी पकड़ दो-तीन या इससे ज्यादा क्षेत्रों में होलेकिन हर क्षेत्र में उनसे बेहतर उम्मीदवार मौजूद हों

बहुमुखी प्रतिभा वाले लोगों के भीतर कई कामों को साकार करने की इच्छा बहुत तीव्र होती है उनकी उत्सुकता उन्हें एक से दूसरे क्षेत्र में हाथ आजमाने को बाध्य करती है। समस्या तब होती हैजब यह हाथ आजमाना दखल करने जैसा हो जाता है वे न इधर के रह जाते हैंऔर न उधर के प्रबंधन की दुनिया में एक के साधे सब सधेसब साधे सब जाएका मंत्र ही शुरू से प्रभावी है। यहाँ उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाताजो सारे अण्डे एक टोकरी में न रखने की बात करता है हम दूसरे क्षेत्रों में हाथ आजमा सकते हैंपर एक क्षेत्र के महारथी होने में ब्रेकर की भूमिका न अदा करें।


(क) बहुमुखी प्रतिभा क्या हैप्रतिभा से समस्या कब कैसे हो जाती है?

(ख) बहुमुखी प्रतिभा वालों की किन कमियों की ओर संकेत है ?

(ग) बहुमुखी प्रतिभागियों की पकड़ किन क्षेत्रों में होती है और उनकी असफलता की संभावना क्यों है ?

(घ) ऐसे लोगों का स्वभाव कैसा होता है और वे प्रायः सफल क्यों नहीं हो पाते ?

(ङ) प्रबंधन के क्षेत्र में कैसे लोगों की आवश्यकता होती है क्यों ?

(च) आशय स्पष्ट कीजिए:

"प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती ।"


उत्तर- (क) बहुमुखी प्रतिभा अर्थात एक से ज्यादा प्रतिभा एक ही व्यक्ति में होना बहुमुखी प्रतिभा वाले लोग कई कामों को साकार करने में सक्षम होते हैंजिसके कारण वे एक खास विषय के विशेषज्ञ नहीं बन पाते बहुमुखी प्रतिभा से यह समस्या होती है कि ऐसे लोग स्पर्धा से घबराते हैं।


(ख) बहुमुखी प्रतिभा वाले लोग स्पर्धा से घबराते हैं। वे आलोचना से भी डरते हैं और अपने काम की तारीफ ही सुनना चाहते हैं ऐसे लोग 'विंची सिंड्रोमसे पीड़ित माने जाते हैं।


(ग) बहुमुखी प्रतिभागियों की पकड़ दो-तीन या इससे ज्यादा क्षेत्रों में होती हैपरन्तु वे किसी भी क्षेत्र के विशेषज्ञ नहीं होते। उनके असफल होने की आशंका इसलिए अधिक होती है क्योंकि हर क्षेत्र में उनसे बेहतर उम्मीदवार मौजूद होते हैं।


(घ) ऐसे लोग स्पर्धा से घबराते हैं ये लोग आलोचना से डरते हैं और केवल अपने ही काम की तारीफ सुनना चाहते हैं। आजकल ऐसे लोगों की पूछ कम होती है और अपने इसी स्वभाव के कारण ये लोग सफल नहीं हो पाते।


(ङ) प्रबन्धन के क्षेत्र में लक्ष्य केन्द्रित व्यक्ति की आवश्यकता होती हैजो नेतृत्व करमिलकर काम करना जानते हों। प्रबन्धन में एक क्षेत्र के महारथी लोगों का आदर किया जाता है और वे लोग दूसरों के कामों में दखलंदाजी नहीं करते।


(च) प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती" अर्थात जिन लोगों में कुछ कर गुजरने की चाहत और क्षमता हैउन्हें दूसरों का मुँह नहीं देखना पड़ता। प्रतिभावान मनुष्य अपना लक्ष्यअपने ही बनाए मार्ग पर चलकर ही पाता है। प्रतिभा को अपना वर्चस्व दुनिया पर बनाने के लिए किसी के सहारे और किसी की मदद की आवश्यकता नहीं होती।


2. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए            [2 × 4 = 8]

भारतमाता

ग्राम-वासिनी !

खेतों में फैला है श्यामल

धूल भरा मैला-सा अंचल

गंगा-यमुना में आँसू-जल

मिट्टी की प्रतिमा

उदासिनी !

दैन्य- जड़ितअपलक नत चितवन,

अधरों में चिर नीरव रोदन,

युग-युग के तम सेविषण्ण मन

वह अपने घर में

प्रवासिनी !

तीस कोटि सन्तान नग्न तन

अर्ध-क्षुधितशोषितनिरस्त्र जन

मूढ़असभ्यअशिक्षितनिर्धन

नत मस्तकें तरु-तल

निवासिनी !


(क) भारतमाता को ग्राम वासिनी क्यों कहा गया है।

(ख) काव्यांश में प्रवासिनी किसके लिए आया है और क्यों ?

(ग) भारतमाता की सन्तान के बारे में कवि ने क्या कहा है ?

(घ) काव्यांश का केन्द्रीय भाव लिखिए ।


खण्ड ''


3. पद और शब्द में क्या अन्तर है सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।" [1+1=2]


4. निर्देशानुसार वाक्य रूपांतरण कीजिए: [1 × 3 = 3]

(क) वह बगल के कमरे से कुछ बरतन ले आया । तौलिये से बरतन साफ किए। (संयुक्त वाक्य में)

(ख) लिखकर अभ्यास करने से कुछ भूल नहीं सकते। (मिश्र वाक्य में)

(ग) सीमा पर लड़ने वाले सैनिक ऐसे हैं कि जान हथेली पर लिए रहते हैं। सरल वाक्य में)


उत्तर- (क) संयुक्त वाक्य वह बगल के कमरे से कुछ बरतन ले आया और उन्हें तौलिये से साफ किया।


(ख) मिश्र वाक्य- जब लिखकर अभ्यास करते हैंवे कुछ भूल नहीं सकते।


(ग) सरल वाक्य-सीमा पर लड़ने वाले सैनिक जान हथेली पर लिए रहते हैं।


5. (क) निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) चंद्रमुख

(ii) पुष्पमाला


 (ख) निम्नलिखित का समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए:  [1+1=2]

(i)              पान

 (ii)     महान जो पुरुष


उत्तर- (क) (i) चन्द्रमुख-चन्द्र के समान मुख - कर्मधारय समास

 (ii) पुष्पमाला पुष्पों की माला - तत्पुरुष समास


(ख) (i) पनचक्की - तत्पुरुष समास

(ii) महापुरुष कर्मधारय समास


6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए :  [1 × 4 = 4]

(क) बलिदानियों का देश सदा आभारी रहेगा ।

(ख) ये पुस्तकें मेरे को नहीं चाहिए ।

(ग) मैं तो पहले ही कहा कि ऐसा मत करो ।

(घ) क्या आप उसकी बात समझ लेते हो ?


7. निम्नलिखित मुहावरों का प्रयोग इस प्रकार कीजिए कि अर्थ स्पष्ट हो जाए [1+1=2]

प्राण सूखनाबूते से बाहर होना ।


उत्तर- प्राण सूखना- पुलिस को अपने सामने देखकरहत्यारे के प्राण सूख गए।


बूते से बाहर होना - बड़े भाई साहब के लिए अव्वल आना उनके बूते से बाहर था ।


खण्ड ''


8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [2+2+1=5]

(क) शेख अयाज के पिता भोजन छोड़कर क्यों उठ खड़े हुए ? 'अब कहाँ दूसरे के दुःख से दुःखी होने वालेपाठ के आधार पर लिखिए।

(ख) शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है पतझर में टूटी पत्तियाँ पाठ के आधार पर लिखिए ।

(ग) कारतूसपाठ में सआदत अली को किस प्रकार का व्यक्ति बताया गया है ?


उत्तर- (क) शेख अयाज के पिता ने कुएँ से लौटकर घर आकर देखा कि उनकी बाजू पर एक काला च्योंटा रेंग रहा है। वे भोजन प्रारम्भ करने ही वाले थे कि भोजन छोड़कर खड़े हो गए। उन्हें लगा कि उन्होंने एक घर वाले च्योंटे को बेघर कर दिया है उस च्योंटो का घर कुएँ पर था अतः वे उसे उसके घर में छोड़ने कुएँ की ओर चल दिए।


(ख) शुद्ध आदर्शशुद्ध सोने की तरह होते हैं। जिस प्रकार शुद्ध सोने में किसी प्रकार की मिलावट नहीं होतीउसी प्रकार शुद्ध आदर्शों में भी किसी प्रकार की मिलावट नहीं की जा सकती। शुद्ध आदर्श में भी किसी प्रकार का समझौता नहीं होता वह पूर्णतः शुद्ध होते हैं इसलिए उन्हें सोना कहा गया है। व्यावहारिकता एक प्रकार से ताँबा है जिस प्रकार सोने की गिन्नी बनाने के लिए उसमें ताँबा मिलाया जाता हैउसी प्रकार आदर्शों में व्यावहारिकता का ताँबा मिलाया जाता है। ताँबा सोने को चमक और मजबूती देता हैपर उसकी शुद्धता खो देता है। इसी प्रकार व्यावहारिकता देखने में तो अच्छी लगती हैपर उसके पीछे के शुद्ध आदर्श खो जाते हैं।


(ग) सआदत अली अवध के नवाब आसिफउद्दौला का छोटा भाई था। आसिफउद्दौला के कोई लड़का न था अतः सआदत अली यह मान बैठा था कि बड़े भाई के बाद वही अवध का नवाब बनेगापरन्तु जब वजीर अली का जन्म हुआ तो उसके सपने चकनाचूर हो गए। सआदत अली कर्नल का दोस्त भी था। कर्नल ने उसे अपने स्वार्थ की सिद्धि के लिए अवध के तख्त पर बिठाया था । सआदत अली एक ऐश पसन्द आदमी था ।


9. जापान में मानसिक रोग के क्या कारण बताए गए हैं उससे होने वाले प्रभाव का उल्लेख करते हुए लिखिए कि इसमें 'टी सेरेमनीकी क्या उपयोगिता है । [5]

उत्तर- (i) जापान के लोग प्रगति में अमेरिका से स्पर्धा करते हैं।

(ii) वे एक महीने का काम एक दिन में पूरा कर लेना चाहते हैं।

(iii) वे पहले से ही तेज चलने वाले दिमाग को और तेज चलाना चाहते हैं।

(iv) उनका मानसिक तनाव इतना बढ़ जाता है कि दिमाग का इंजन टूट जाता है ।

उपर्युक्त तथ्यों के कारण जापान में अस्सी प्रतिशत लोग मानसिक रोगों के शिकार है 'टी-सेरेमनीमें शान्ति से बैठकर लगभग डेढ़ घण्टे तक एक-एक बूंद करके चाय पीनी पड़ती हैजिससे दिमाग की रफ्तार शांत हो जाती है और मानसिक राहत मिलती है।


10. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए: [2+2+1=5]

असल में दोनों काल मिथ्या हैं एक चला गया हैदूसरा आया नहीं है। हमारे सामने जो वर्तमान क्षण हैवही सत्य है उसी में जीना चाहिए। चाय पीते-पीते उस दिन मेरे दिमाग से भूत और भविष्य दोनों काल उड़ गए थे केवल वर्तमान क्षण सामने था और वह अनंत काल जितना विस्तृत था ।


(क) गद्यांश में किन दो कालों के बारे में बात गई है और उनकी क्या विशेषता है ?

(ख) लेखक ने किस काल को सत्य माना है और क्यों ?

(ग) गद्यांश से लेखक क्या समझाना चाहता है ?


उत्तर- (क) इस गद्यांश में भूतकाल और भविष्यकाल की बात की गई है भूतकाल बीत गया है और भविष्यकाल आया ही नहीं। ये दोनों काल मिथ्या हैं।


(ख) वर्तमान काल ही सत्य हैउसी में जीना चाहिए। जो आज चल रहा हैवह ही सच है और उसके हर क्षण को जीना चाहिए।


(ग) लेखक के अनुसार सत्य केवल वर्तमान है हमें उसी में जीना चाहिए। हम अक्सर या तो गुजरे जमाने की खट्टी-मीठी यादों में उलझे रहते हैं या भविष्य के रंगीन सपने देखते रहते हैं।


11. 

क ) बिहारी ने ग्रीष्म ऋतु की तुलना किससे की है प्राणियों पर उसका क्या प्रभाव पड़ता है ? [2]

(ख) 'मनुष्यताकविता में कवि ने सबको एक होकर चलने की प्रेरणा क्यों दी है ? [2]

(ग) 'आत्मत्राणकविता में कोई सहायक न मिलने पर कवि की क्या प्रार्थना है? [1]


उत्तर- (क) बिहारी ने ग्रीष्म ऋतु की तुलना तपोवन से की है क्योंकि इतनी भयंकर गर्मी पड़ रही है कि सारा संसार ही तपोवन के समान हो गया है। इस गर्मी के कारण शत्रु भी अपनी शत्रुता भूलकर एक ही जगह बसते दिखाई दे रहे हैं। जैसे साँप और मोरमृग और बाघ गर्मी की मार ने शत्रुओं को भी मित्र बना दिया है।


(ख) 'मनुष्यताकविता में कवि ने सबको एक होकर चलने की प्रेरणा इसलिए दी है क्योंकि इससे आपसी हेल-मेल बढ़ता है और हमारे सभी काम सिद्ध हो जाते हैं। लोगों के बीच भिन्नता की भावना समाप्त हो जाती है। इससे आपसी विरोध की प्रवृत्ति समाप्त हो जाती है।


ग ) 'आत्मत्राणकविता में कोई सहायक न मिलने पर कवि यह प्रार्थना करता है कि तब भी उसका बल-पौरुष हिलना नहीं चाहिए अर्थात् वह सहायक की अनुपस्थिति में भी केवल अपने बलबूते पर संघर्ष कर सकता है वह अपनी मानसिक शक्ति को बनाए रखना चाहता है।


12. कर चले हम फिदा कविता की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए उसका प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए। [5]

उत्तर- इस गीत में सन् 1962 की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि में भारत पर चीन के आक्रमण का मार्मिक चित्रण किया गया है। उस युद्ध में अनेक भारतीय सैनिकों ने सीमा पर लड़ते-लड़ते अपने प्राण देकर भारत के सम्मान की रक्षा की थीइसी युद्ध की पृष्ठभूमि पर 'हकीकतफिल्म बनी थी यह कविता देशभक्ति  की भावना से ओत-प्रोत है। इस कविता को पढ़कर हमें अपने देश के सैनिकों पर गर्व होता है। इन सैनिकों ने अत्यन्त विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए देश की रक्षा हेतु अपना अमर बलिदान दिया। मरते दम तक वे देश रक्षा के प्रयासों में लगे रहे और अपनी इस धरोहर को अपने साथियों को सौंप कर चले गए। हम सभी को मिलकर इस देश की रक्षा करनी है। हमें किसी भी हालत में भारत माता के सिर को झुकने नहीं देना है।


13. पढ़ाई में तेज होने पर भी कक्षा में दो बार फेल हो जाने पर टोपी के साथ घर पर या विद्यालय में जो व्यवहार हुआ उस पर मानवीय मूल्यों की दृष्टि से टिप्पणी कीजिए। [5]


उत्तर- पढ़ाई में तेज होने पर भी जब टोपी पहली बार फेल हुआ तो मुन्नी बाबू इंटरमीडिएट में फर्स्ट आए और भैरव छठे में सारे घर ने टोपी को जवान की नोंक पर रख लिया वह बहुत रोया क्योंकि वह फेल अपनी बुद्धि के कारण नहीं हुआबल्कि उसे कोई पढ़ने ही नहीं देता था कभी उसे मुन्नी बाबू बुला लेतेकभी रामदुलारी सामान लाने को भेज देतीकभी भैरव उसी कापियों के हवाई जहाज उड़ा डालता दूसरी बार वह टाइफाइड का शिकार हो गयाजिसके कारण वह पढ़ नहीं पाया।

उपर्युक्त सभी कारणों को न परिवार वालों ने समझान ही अध्यापकों ने और न ही उसके सहपाठियों नेबस उन्होंने समझा तो सिर्फ उसके अंकों को सभी ने मानवीय मूल्यों के विपरीतउसकी सिर्फ बेइज्जती और अपमान किया जो कि सरासर गलत है बाल मानसिकता और अध्ययन के मध्य एक गहरा रिश्ता होता है जो माता-पिता और अध्यापकों को अवश्य समझना चाहिए। किसी भी बालक को कम अंक लाने के कारण प्रताड़ना और अपमानित करना अमानवीय है।


खण्ड ''


14. निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए: [5]

(क) पुस्तकें पढ़ने की आदत

• पढ़ने की घटती प्रवृत्ति

• कारण और हानि

• पढ़ने की आदत से लाभ


(ख) कम्प्यूटर हमारा मित्र

• क्या है

• विद्यार्थियों के लिए उपयोग

• सुझाव


(ग) स्वास्थ्य की रक्षा

• आवश्यकता

पोषक भोजन

• लाभकारी सुझाव


उत्तर- (क) पुस्तकें पढ़ने की आदत

किताब / पुस्तक पढ़ना एक ऐसी आदत हैजिसके लाभों की गणना नहीं की जा सकती। अतः छोटे-बड़े सबको विशेषकर बच्चों को किताब पढ़ने की आदत डालनी चाहिए। जिस व्यक्ति या बच्चे ने पुस्तकें पढ़ने की आदत डाल ली उसने स्वयं को नाना प्रकार की बुराइयों से बचा लिया। पुस्तकें पढ़ने वाले का आत्मविश्वास पुस्तकें न  पढ़ने वाले की अपेक्षा अधिक होता है जो व्यक्ति पुस्तकें पढ़ने की आदत डाल लेता हैवह स्वयं को ज्ञान में वृद्धि के स्रोत से जोड़ लेता हैऐसे लोग अपनी इच्छाओं को और अधिक तार्किक बना लेते हैं मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि अध्ययन व पुस्तकें आत्मा का भोजन है। शिक्षकों और अभिभावकों को बच्चों के लिए ऐसी किताबों का चयन करना चाहिएजो बच्चों में जिज्ञासा की भावना को प्रोत्साहित करने का कारण बनें।


(ख) कम्प्यूटर हमारा मित्र

आज के युग को यदि हम कम्प्यूटर का युग कहें तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी शिक्षामनोरंजनचिकित्सायातायातसंचार आदि सभी क्षेत्रों में कम्प्यूटर ने अपनी उपयोगिता सिद्ध की है। शिक्षा के क्षेत्र में कम्प्यूटर अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं कम्प्यूटर के माध्यम से पठन-पाठन का स्तर भी अच्छा हुआ है कार्यालयों में इसके माध्यम से कार्य करना अत्यंत सहज एवं सरल हो गया है। महत्वपूर्ण आँकड़ों व तथ्यों को फाइलमें सुरक्षित रखा जाता है इसी कारण से प्रत्येक सरकारीगैर-सरकारी और निजी कार्यालयों में कम्प्यूटर का प्रयोग अनिवार्य हो गया है। इसने संचार के क्षेत्र में एक क्रान्ति ला दी है 'ई-मेलके माध्यम से हजारों मील दूर बैठे अपने सम्बन्धी अथवा मित्रों को हम कम खर्च और कम समय में सन्देश भेज सकते हैं 'इंटरनेटके माध्यम से मनुष्य हर प्रकार की जानकारी का आदान-प्रदान विश्व के किसी भी कोने से करने में सक्षम है। इन सभी कारणों से कम्प्यूटर हमारा मित्र है।


(ग) स्वास्थ्य की रक्षा

खानपान तथा स्वास्थ्य रक्षा के अन्य नियमों में त्रुटि आने पर ही शरीर में रोगों का जन्म होता है। यदि स्वास्थ्य रक्षा सम्बन्धी सभी नियमों का यथाविधि पालन किया जाए तो कभी बीमार होने के अवसर ही उपस्थित नहीं होंगे। प्रतिदिन स्नानव्यायाम और योग करने से हम अपने स्वास्थ्य की काफी हद तक रक्षा कर सकते हैं। अच्छा स्वास्थ्य जीवन के समस्त सुखों का आधार है। धन से वस्तुएँ खरीदी जा सकती हैंपरन्तु उनका उपभोग अच्छे स्वास्थ्य पर निर्भर करता है अच्छे स्वास्थ्य की कामना करने वाले बहुत हैंपरन्तु उसके लिए जागरूक होकर प्रयत्न करने वाले थोड़े ही हैं अच्छा एवं सन्तुलित आहार नियमित दिनचर्या और नियमित व्यायाम स्वास्थ्य को बनाए रखने वाले तीन मूलभूत तत्व हैं। भोजन में फलअनाजसब्जी और दूध का समन्वय होना चाहिए। फलहरी ताजी सब्जियाँअंकुरित अनाज तथा दूध की कुछ-न-कुछ मात्रा प्रतिदिन लेने से व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है अतः प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह स्वास्थ्यप्रद जीवनशैली अपनाए और अपने तन को स्वस्थ और मन को आनंदित रखे।


15. विद्यालय के गेट पर मध्यावकाश के समय ठेले और रेहड़ी वालों द्वारा जंक फूड बेचे जाने की शिकायत करते हुए प्रधानाचार्य को पत्र लिखकर उन्हें रोकने का अनुरोध कीजिए ।[5]


उत्तर- सेवा में,

प्रधानाचार्य महोदय

क ख ग विद्यालय

अ.    ब. स स्थान

आ.  25 जनवरी, 20XX

विषय विद्यालय के गेट पर मध्यावकाश में जंक फूड बेचने से रोके जाने के सम्बन्ध में पत्र |

 महोदय,

सविनय निवेदन है कि हमारे विद्यालय के गेट पर मध्यावकाश के समय ठेले और रेहड़ी वालों द्वारा जंक फूड बेचा जाता है। जंक फूड मिलने की वजह से अधिकतर विद्यार्थियों ने टिफिन लाना भी बंद कर दिया है। यह जंक फूड विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है जंक फूड खाने से कई बच्चों की तबियत भी खराब हुई है।

अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि आप यथाशीघ्र इन्हें हटवाने का प्रबन्ध करें। धन्यवाद

आपकी आज्ञाकारी शिष्या

कक्षा दसवीं


16. विद्यालय में छुट्टी के दिनों में भी प्रातः काल में योग की अभ्यास कक्षाएँ चलने की सूचना देते हुए इच्छुक विद्यार्थियों द्वारा अपना नाम देने हेतु सूचना पट्ट के लिए एक सूचना लगभग 30 शब्दों में लिखिए। [5]








17 परीक्षा में आपकी शानदार उपलब्धियों पर आपके और पिताजी के बीच हुए संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिए। " [5]


18. सड़क पर टहलते हुए आपको एक बैग मिलाजिसमें कुछ रुपयेमोबाइल फोन तथा अन्य कई महत्वपूर्ण कागजात थे। लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए कि अधिकारी व्यक्ति आपसे सम्पर्क कर अपना बैग ले जाए। [5]







 

 

Outside Delhi Term II[ Set-II]

Note: Except for the following questions, all the remaining questions have been asked in previous set.

खण्ड ''


3. 'शब्दकिसे कहते हैं उदाहरण देकर समझाइए ।" [1+1=2]


4. निर्देशानुसार वाक्य - रूपान्तरण कीजिए: [1 × 3 = 3]

(क) वह रोज व्यायाम करता हैइसलिए स्वस्थ रहता है। (सरल वाक्य में)

(ख) परिश्रमी व्यक्ति कभी खाली नहीं बैठता (मिश्र वाक्य में)

(ग) आज्ञाकारी श्याम माता-पिता की सेवा करता है। (संयुक्त वाक्य में)


उत्तर- (क) सरल वाक्य वह रोज व्यायाम करने के कारण स्वस्थ रहता है।


(ख) मिश्र वाक्य - जो व्यक्ति परिश्रमी हैवह कभी खाली नहीं बैठता।


(ग) संयुक्त वाक्य श्याम आज्ञाकारी है इसलिए माता-पिता की सेवा करता है।


5. (क) निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) तीसरी कसम

(ii) दिन-रात


(ख) निम्नलिखित शब्दों को समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए:

(i) मुख है जो चन्द्र के सम

(ii) तीन राहों का समूह


उत्तर- (क) (i) तीसरी है जो कसम - कर्मधारय समास

(ii) दिन और रात द्वंद्व समास


(ख) (i) चन्द्रमुखी - कर्मधारय समास

(ii) तिराहा - द्विगु समास


6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए :  [1 × 4 = 4]

(क) आप उससे क्या कहे हैं ?

(ख) हमारे घर में उसका बात होता रहता है।

(ग) इस गलती की दुबारा पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। (घ) बच्चा लोग बहुत शोर कर रहा है।


7. निम्नलिखित मुहावरों का वाक्य प्रयोग इस प्रकार कीजिए कि अर्थ स्पष्ट हो जाए [1+1=2]

बेराह चलना,  अन्धे के हाथ बटेर लगना ।


उत्तर- बेराह चलना - जो खुद बेराह चलते हैंवे दूसरों को नसीहतें देते अच्छे नहीं लगते।


अन्धे के हाथ बटेर लगना - बगैर पढ़े रवीना ने कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर लियाइसे कहते हैं अंधे के हाथ बटेर लगना ।


खण्ड ''


11. 'बिहारी के दोहे के आधार पर लिखिए कि माला जपने और तिलक लगाने से क्या होता हैईश्वर किससे प्रसन्न रहते हैं? [2]


उत्तर- बिहारी जी कहते हैं जप मालाछापातिलक आदि बाहरी दिखावा करने वालों को कुछ भी प्राप्त नहीं होताईश्वर उन लोगों से प्रसन्न रहते हैं जिनकी भक्ति सच्ची व निष्ठा श्रद्धा से होती है।


खण्ड ''


16. स्वच्छता अभियान पर माँ-बेटी के संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिए। [5]


18. विद्यालय की कार्यानुभव प्रयोगशाला में बनी मोमबत्तियाँ तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं की बिक्री हेतु लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन लिखिए। [5]






Outside Delhi Term II [Set-III]

Note: Except for the following questions, all the remaining questions have been asked in previous set.

खण्ड ''


3. पद किसे कहते हैं उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।" [1+1=2]


4. निर्देशानुसार वाक्य - रूपान्तरण कीजिए: [1 × 3 = 3]

(क) कर्म करने वाले को फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए। (मिश्र वाक्य में)

(ख) जो विद्वान् और सत्यवादी हैं उनका सर्वत्र सम्मान होता है। ( सरल वाक्य में)

(ग) आकाश में बादल छाते ही घनघोर वर्षा होने लगी। (संयुक्त वाक्य में)


उत्तर- (क) मिश्र वाक्य जो कर्म करता हैउसे फल की इच्छा नहीं करनी चाहिए।


(ख) सरल वाक्य विद्वान और सत्यवादी लोगों का सर्वत्र सम्मान होता है।


(ग) संयुक्त वाक्य आकाश में बादल छाए और घनघोर वर्षा होने लगी।


5. (क) निम्नलिखित शब्दों का समास विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) महाजन

(ii) जलप्रदूषण


(ख) निम्नलिखित शब्दों को समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) नीला है जो गगन

(ii) आस और पास


उत्तर- (क) (i) महान है जो जन - कर्मधारय समास

(ii) जल का प्रदूषण - तत्पुरुष समास


(ख) (i) नीलगगन - कर्मधारय समास

(ii) आस-पास - द्वन्द्व समास


6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए : [1 × 4 - 4]

(क) यहाँ पर कल एक लड़का और लड़की बैठी थी।

(ख) मुझे केवल मात्र अपना अधिकार चाहिए।

(ग) इस विद्यालय का परीक्षा परिणाम अच्छी है।

(घ) मास्टर जी ने उसकी बड़ी प्रशंसा करी ।


7. निम्नलिखित मुहावरों का प्रयोग इस प्रकार कीजिए कि उनका अर्थ स्पष्ट हो जाए [1+1=2]

बाट जोहना,  सुध-बुध खोना


उत्तर- (i) बाट जोहना- बच्चे स्कूल की छुट्टी होते ही अपने माता-पिता की बाट जोहते हैं।


(ii) सुध-बुध खोना - वजीर अली से मुलाकात होने के बादकर्नल अपनी सुध-बुध खो बैठा।


खण्ड ''


11. सच्चे मन में 'ईश्वर बसते हैंइस भाव के सन्दर्भ में बिहारी के दोहे का भाव स्पष्ट कीजिए । [2]


उत्तर- सच्चे मन में ईश्वर बसते हैं इस भाव में बिहारी जी कहते हैं ईश्वर उन लोगों के मन में बसते हैं जिनकी भक्ति सच्ची होती है।


17. ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन के बारे में अपने मित्र से हुए संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिए। [5]


18. विद्यालय के 'रंगायनद्वारा प्रस्तुत नाटक के बारे में नामपात्रदिनसमयटिकट दर आदि की सूचना देते हुए एक विज्ञापन का आलेख लगभग 25 शब्दों में लिखिए। [5]


 



HINDI COURSE B (2017)

Delhi Term II [Set-1]

निर्धारित समय 3 घण्टे

अधिकतम अंक : 90


खण्ड ''


1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए- [2 × 6 = 12]

पता नहीं क्यों, उनकी कोई नौकरी लम्बी नहीं चलती थी। मगर इससे वह न तो परेशान होते, न आतंकित, और न ही कभी निराशा उनके दिमाग में आती। यह बात उनके दिमाग में आई कि उन्हें अब नौकरी के चक्कर में रहने की बजाय अपना काम शुरू करना चाहिए। नई ऊँचाई तक पहुँचने का उन्हें यही रास्ता दिखाई दिया। सत्य है, जो बड़ा सोचता है, वही एक दिन बड़ा करके भी दिखाता है और आज इसी सोच के कारण उनकी गिनती बड़े व्यक्तियों में होती है। हम अक्सर इंसान के छोटे-बड़े होने की बातें करते हैं, पर दरअसल इंसान की सोच ही उसे छोटा या बड़ा बनाती है स्वेट मार्डेन अपनी पुस्तक 'बड़ी सोच का बड़ा कमाल' में लिखते हैं कि यदि आप दरिद्रता की सोच को ही अपने मन में स्थान दिये रहेंगे, तो आप कभी धनी नहीं बन सकते, लेकिन यदि आप अपने मन में अच्छे विचारों को ही स्थान देंगे और दरिद्रता, नीचता आदि कुविचारों की ओर से मुँह मोड़े रहेंगे और उनको अपने मन में कोई स्थान नहीं देंगे, तो आपकी उन्नति होती जाएगी और समृद्धि के भवन में आप आसानी से प्रवेश कर सकेंगे भारतीय चिंतन में ऋषियों ने ईश्वर के संकल्प मात्र से सृष्टि रचना को स्वीकार किया है और यह संकेत दिया है कि व्यक्ति जैसा बनना चाहता है, वैसा बार-बार सोचे। व्यक्ति जैसा सोचता है, वह वैसा ही बन जाता है।' सफलता की ऊँचाइयों को छूने वाले व्यक्तियों का मानना है कि सफलता उनके मस्तिष्क से नहीं, अपितु उनकी सोच से निकलती है। व्यक्ति में सोच की एक ऐसी जादुई शक्ति है कि यदि वह उसका उचित प्रयोग करे, तो कहाँ से कहाँ पहुँच सकता है इसलिए सदैव बड़ा सोचें बड़ा सोचने से बड़ी सोच द्वारा बड़े आदमी बन जाएँगे। इसके लिए हैजलिट कहते हैं महान सोच जब कार्यरूप में परिणत हो जाती है, तब वह महान कृति बन जाती है।


(क) गद्यांश में किस प्रकार के व्यक्ति के बारे में चर्चा की गई है। ऐसे व्यक्ति ऊँचाई तक पहुँचने का क्या उपाय अपनाते हैं ?

(ख) गद्यांश में समृद्धि और उन्नति के लिए क्या सुझाव दिये गए हैं ?

(ग) भारतीय विचारधारा में संकल्प और चिंतन का क्या महत्व है ?

(घ) गद्यांश में किस जादुई शक्ति की बात की गई है ? उसके क्या परिणाम हो सकते हैं?                     

(ङ) 'सफलता' और 'आतंकित' शब्द में प्रयुक्त उपसर्ग और प्रत्यय का उल्लेख कीजिए ।

(च) गद्यांश से दो मुहावरे चुनकर उनका वाक्य प्रयोग कीजिए ।


उत्तर- (क) गद्यांश में बड़ी और व्यापक सोच रखने वाले व्यक्ति के बारे में चर्चा की गई है। ऐसे व्यक्ति ऊँचाई तक पहुँचने के लिए दरिद्रता, नीचता आदि कुविचारों को अपने मन में कोई स्थान नहीं देते बल्कि हमेशा उन्नति और उपलब्धियों की ही योजना बनाते हैं।


(ख) समृद्धि और उन्नति पाने के लिए मनुष्य को सकारात्मक और बड़ी सोच रखनी चाहिए क्योंकि बड़ा सोचने से ही बड़ी उपलब्धियाँ हासिल होंगी और देखते-ही-देखते, सकारात्मक सोच रखने वाला मनुष्य बड़ा आदमी बन जाएगा।


(ग) भारतीय चिंतन में ऋषियों ने संकल्प और चिंतन के विषय में यह संकेत दिया है कि व्यक्ति जैसा बनना चाहता है, वैसा बार-बार सोचे, तो अवश्य ही वह अपने संकल्प को हासिल कर लेता है।


(घ) मनुष्य की सोच और उसके विचार एक ऐसी जादुई शक्ति है, जिसके उचित प्रयोग से वह कहाँ से कहाँ तक पहुँच सकता है। इसलिए हमेशा बड़ी सोच रखनी चाहिए।


(ङ) सफलता - स ( उपसर्ग) + फल (शब्द) + ता (प्रत्यय) आतंकित आतंक (शब्द) + इत (प्रत्यय)


(च) (i) मुँह मोड़ना - जब से बेटा कमाने लगा है तब से उसने अपने माँ-बाप से मुँह मोड़ लिया है।

(ii) ऊँचाइयों को छूना - विधान सभा में मंत्री पद पाने से बेटा ऊँचाइयों को छूने लगा ।


2. निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए:" [2 × 4 = 8]

इस पृथ्वी पर

एक मनुष्य की तरह

मैं जीना चाहता हूँ

वे खत्म करना चाहते हैं।

बैक्टेरिया की तरह

उनके तमाम हथकंडों के बावजूद

मैं नहीं मरता

उपेक्षा, भूख और तिरस्कार से लड़ते-झगड़ते

बढ़ गई है मेरी प्रतिरोधक सामर्थ्य

मैं मृत्यु से नहीं डरता

और अमरत्व में मेरा विश्वास नहीं

लेकिन मैं नहीं चाहता प्रतिदिन मरना

थोड़ा-थोड़ा

किंचित विनम्रता

किंचित अकड़

और मित्र हँसी के साथ

बेहतर सृष्टि के लिए

मैं एक पके फल की तरह टपकना चाहता हूँ

जिसे लपकने के लिए

झुक जाएँ एक साथ

असंख्य नन्हे नन्हे हाथ

अधूरी लड़ाई बढ़ाने के लिए

फल के रस की तरह

मैं उनके रक्त में घुल जाना चाहता हूँ

मैं एक मनुष्य की तरह मरना चाहता हूँ।


(क) कवि की प्रतिरोध क्षमता कैसे बढ़ गई है ? समझाइए ।

(ख) कवि के 'हथकंडों शब्द के प्रयोग का तात्पर्य क्या है

(ग) मैं नहीं चाहता प्रतिदिन मरना का आशय समझाइए ।

(घ) पके फल की तरह टपकने की चाह क्यों व्यक्त की गई है ?


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3. शब्द किसे कहते हैं ? उदाहरण देकर शब्द और पद को समझाइए ।  [1+1=2]


4. निर्देशानुसार वाक्य रूपान्तरण कीजिए:  [1 × 3 = 3]

(i) वह फल खरीदने गया। वहाँ से फल लेकर आ गया।  (संयुक्त वाक्य में)

(ii) चाय पीने की यह एक विधि है जापानी में उसे चा-नो-यू कहते हैं। (मिश्र वाक्य में)

(iii) भारतीय सैनिक ऐसे हैं कि कोई उनकी बराबरी नहीं कर सकता। ( सरल वाक्य में)


उत्तर- (i) संयुक्त वाक्य वह फल खरीदने बाजार गया और वहाँ से फल लेकर आ गया।


(ii) मिश्र वाक्य - चाय पीने की यह एक विधि है उसे जापानी में चा-नो-यू कहते हैं।


(iii) सरल वाक्य - भारतीय सैनिकों की कोई बराबरी नहीं कर सकता।


5. (क) निम्नलिखित शब्दों का विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए:  [1+1=2]

(i) नीलकमल

(ii) घुड़साल


 (ख) निम्नलिखित का समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए:  [1+1=2]

(i) नया आभूषण

 (ii) गगन में विचरण करने वाला


उत्तर- (क) (i) नीला है जो कमल - कर्मधारय समास

(ii) घोड़ों की साल (शाला ) - तत्पुरुष समास


(ख) (i) नवाभूषण - कर्मधारय समास

(ii) नभचर (पक्षी) - कर्मधारय समास   

          

6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए :  [1x4 = 4]

(क) सावित्री सत्यवान की पत्नी रहीं ।

(ख) प्रधानाचार्य छात्र को बुलाए ।

(ग) वह अनुत्तीर्ण होकर परीक्षा में फेल हो गया।

(घ) मोहन ने सोया ।


7. निम्नलिखित मुहावरों का प्रयोग इस प्रकार कीजिए कि अर्थ स्पष्ट हो [2]

मुठभेड़ होना, एक-एक शब्द को चाट जाना ।


उत्तर-  मुठभेड़ होना- कल रात पुलिस की बदमाशों के साथ मुठभेड़ हो गयी।


एक-एक शब्द को चाट जाना - बड़े भाई साहब ऐसे पढ़ते थे मानो एक-एक शब्द चाट रहे हों।


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8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [2+2+1=5]

(क) 'गिरगिट' कहानी में पुलिस और जनता के सम्बन्धों को कैसे दिखाया गया है ?"

(ख) शुद्ध सोना और गिन्नी के सोने में क्या अन्तर है ?

(ग) काठगोदाम के पास भीड़ क्यों इकट्ठी हो गई थी ?


उत्तर- (ख) शुद्ध सोना पूर्ण रूप से शुद्ध होता है, जबकि गिन्नी के सोने में कुछ मात्रा में ताँबा मिला होता है ताँबे के कारण गिन्नी का सोना चमकता है और मजबूत होता है। स्त्रियाँ शुद्ध सोने के नहीं वरन् गिन्नी के सोने के ही आभूषण बनवाती हैं।


(ग) काठगोदाम के पास एक कुत्ते ने ख्यूक्रिन नामक मिस्त्री की उँगली काट खाई थी, इसलिए वह चीख-चीखकर कुत्ते को पकड़ रहा था। इस शोर को सुनकर काठगोदाम के पास भीड़ इकट्ठी हो गई थी।


9. वजीर अली कौन था ? उसके चरित्र की क्या विशेषताएँ हैं ? अपने शब्दों में सोदाहरण स्पष्ट कीजिए। [5]


उत्तर- वज़ीर अली, नवाब आसिफउद्दौला का एकलौता बेटा और अवध का बादशाह था। उसे पकड़ना अंग्रेजों के लिए बहुत मुश्किल था, कई सालों से वे वज़ीर अली को पकड़ना चाह रहे थे, परन्तु निडरता, बहादुरी और जाँबाजी के कारण वे वज़ीर अली को छू भी नहीं पा रहे थे।

निडरता वज़ीर अली एक निडर सिपाही था जो अंग्रेजों से बहुत नफरत करता था, इसलिए उसने खुले आम अंग्रेजों के वकील का कत्ल कर डाला।

बहादुर वज़ीर अली की बहादुरी को किसी उदाहरण की आवश्यकता नहीं है उनकी बहादुरी के किस्से अंग्रेजी खेमों में प्रायः ही सुने और सुनाए जाते थे वज़ीर अली अपनी बहादुरी के दम पर ही अंग्रेजों के खेमे से उनके कारतूस, उन्हीं के हाथों से लेकर गये थे और कर्नल देखता रह गया था।

जाँबाज सिपाही- वज़ीर अली एक जाँबाज अर्थात जान की बाजी लगा देने वाला सिपाही था वह अंग्रेजों को खूब छका रहा था और अपनी जान की परवाह किए बगैर कर्नल कालेज के खेमे में घुस गया था।


10. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए: [2+2+1=5]

खुद ऊपर चढ़ें और अपने साथ दूसरों को भी ऊपर ले चलें, यही महत्व की बात है यह काम तो हमेशा आदर्शवादी लोगों ने ही किया है। समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो आदर्शवादी लोगों का ही दिया हुआ है। व्यवहारवादी लोगों ने तो समाज को गिराया ही है।


(क) महत्व की बात क्या है और क्यों ?

(ख) शाश्वत मूल्य क्या हैं? इन मूल्यों से समाज को क्या लाभ है ?

(ग) समाज को पतन की ओर ले जाने वाले लोग कौन हैं ?


 उत्तर- (क) महत्वपूर्ण बात यह है कि अपने विकास और उन्नति के साथ दूसरों को भी सफलता की ओर ले जाने वाले लोग ही आदर्शवादी और शुद्ध सोने के समान होते हैं।


 (ख) शाश्वत मूल्य अर्थात ऐसे मूल्य और आदर्श जो समय और परिस्थितियों के अनुसार बदलते नहीं हैं। इन्हीं मूल्यों के कारण कोई समाज प्रगति के पथ की ओर अग्रसर हो सकता है जैसे- सत्य, अहिंसा, दया, त्याग, परोपकार आदि ।


(ग) व्यवहारवादी लोग, जिनके आदर्श खोखले और मिलावटी होते हैं, समाज को पतन की ओर ले जाते हैं। 


11. ( क ) बिहारी के दोहों की रचना मुख्यतः किन भावों पर आधारित है? उनके मुख्य ग्रंथ और भाषा के नाम का उल्लेख कीजिए । [2]

 (ख) 'मनुष्यता' कविता में कैसी मृत्यु को सुमृत्यु कहा गया है और क्यों? [2]

(ग) कर चले हम फिदा' कविता में धरती को दुलहन क्यों कहा गया है? [1]


उत्तर- (क ) बिहारी मुख्य रूप से नीति, भक्ति शृंगारपरक दोहों के लिए जाने जाते हैं। उनका प्रमुख ग्रन्थ 'सतसई' है जिसे मानक ब्रजभाषा में लिखा गया है।


(ख) सुमृत्यु वह मृत्यु होती है, जिसे लोग बाद में भी लम्बे समय तक याद रखें ऐसी मृत्यु परोपकार करने से मिलती है। किसी महान उद्देश्य के लिए मरना ही सुमृत्यु है।


(ग) धरती अर्थात् मातृभूमि को सबसे प्रिय बताने के लिए उसकी तुलना दुल्हन से की गयी है सैनिकों के लिए देश की धरती दुल्हन के समान प्रिय है।


12. 'आत्मत्राण' शीर्षक का अर्थ बताते हुए उसकी सार्थकता, कविता के सन्दर्भ में स्पष्ट कीजिए। [5]


उत्तर- 'आत्मत्राण' शीर्षक पूर्णतः सार्थक है। इस कविता में कवि अपने भय से छुटकारा चाहता है कवि ईश्वर की सहायता तो केवल भयमुक्ति के लिए चाहता है, पर इसके लिए संघर्ष वह स्वयं ही करेगा। यह शीर्षक कविता की मूल भावना को पूर्णतः स्पष्ट कर देता है। कवि ईश्वर से सहायता नहीं चाहता, बल्कि वह पौरुष - बल चाहता है, जिसके माध्यम से हर संकट का सामना वह साहस एवं गम्भीरतापूर्वक कर सके। कवि ईश्वर से स्वयं को तारने की माँग नहीं करता बल्कि तैरने की क्षमता प्रदान करने की कामना करता है। अतः शीर्षक पूर्णतः सार्थक है।


13. 'सपनों के से दिन' पाठ में पीटी सर की किन चारित्रिक विशेषताओं का उल्लेख किया गया है ? वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में स्वीकृत मान्यताओं और पाठ में वर्णित  युक्तियों के सम्बन्ध में अपने विचार जीवन मूल्यों की दृष्टि से व्यक्त कीजिए । [5]


उत्तर- पी. टी. सर का नाम प्रीतमचंद था। उनका चेहरा दागों से भरा था। उनकी आँखें बाज-सी तेज थीं। वे बड़े कठोर स्वभाव के थे। ने उन्हें किसी ने स्कूल के समय में मुसकराते नहीं देखा था ।

बाह्य विशेषताएँ-

(i) उनका कद ठिगना और बदन गठीला था। वे खाकी वर्दी पहने रहते थे। उनके पैरों में चमड़े के चौड़े पंजों वाले बूट होते थे।

(ii) प्रीतमचंद पढ़ाने के प्रति बहुत सचेत रहते थे। पाठ याद न करने पर बर्बरता की हद तक सजा देते थे। उनके इसी रूप ने उन्हें नौकरी से मुअत्तल करा दिया।

(iii) स्काउटिंग की परेड़ कराते समय उनका रूप लड़कों को बहुत अच्छा लगता था तब वे सामान्य व्यवहार से हटकर, लड़कों को उत्साहित करते हुए शाबासी देते थे।

(iv) अंत में उन्हें एक नरमदिल व्यक्ति के रूप में दर्शाया गया है जो नौकरी से निकाले जाने पर दुखी न थे और प्रेमपूर्वक अपने तोतों को बादाम की गिरियाँ खिलाते थे पाठ में बताया गया है कि स्कूल में अनुशासन बनाए रखने के लिए छात्रों को भयभीत अवस्था में रखा जाता था। पाठ याद न करने पर उन्हें मुर्गा बना दिया जाता था। इस तरह की सजा देना अत्यंत बर्बरतापूर्ण है। वर्तमान समय में शारीरिक दंड और भयपूर्ण वातावरण में छात्रों को पढ़ाने पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाया गया है ऐसी शारीरिक सजाओं पर प्रतिबन्ध लगाना बिलकुल उचित है।


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14. निम्नलिखित विषयों में से किसी एक पर संकेत बिन्दुओं के आधार पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए [5]

(क) अपनी भाषा प्यारी भाषा

अपनी भाषा का परिचय

प्यारी क्यों है ?

अन्य भाषाओं से मेल


(ख) स्वच्छता अभियान

क्या है

क्यों और कैसे

सुझाव


(ग) लड़कियों की शिक्षा

समाज में लड़कियों का स्थान

शिक्षा की अनिवार्यता और बाधाएँ

सबका सहयोग


उत्तर- (क) "अपनी भाषा प्यारी भाषा"

हर देश की अपनी भाषा होती है भाषा के माध्यम से ही हम एक-दूसरे की बातों और विचारों को समझ और समझा पाते हैं। भारत देश में वैसे तो अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग भाषाएँ बोली जाती हैं पर "हिन्दी" हमारे देश की अपनी और प्यारी भाषा है हिन्दी भाषा को 14 सितम्बर के दिन दुल्हन की तरह सजाया, धजाया और मनाया जाता है इस दिन प्रतिवर्ष हम हिन्दी दिवस मनाते हैं। हिन्दी भाषा है भावनाओं की भारत की संस्कृति और परंपराओं की इसलिए यह भाषा, एक प्यारी भाषा का दर्जा पाने की हकदार है हिन्दी अपने आप में एक मिलनसार और विशाल हृदय वाली भाषा है, जिसने अन्य  अनेक भाषाओं को भी व्यापक रूप में अपने शब्दकोश में समाहित किया हुआ है। हिन्दी हमारे देश की जन सम्पर्क की भाषा है और भारतीयों के दिल में रची-बसी भाषा है।

गूंज उठे भारत की धरती हिन्दी के जय गानों से I

पूजित पोषित परिवर्द्धित हो, बालक वृद्ध जवानों से।"


 (ख) "स्वच्छता अभियान'

(ख) स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया जाने वाला एक राष्ट्रव्यापी सफाई अभियान है। इस अभियान द्वारा भारत को एक स्वच्छ राष्ट्र बनाया जाएगा। इस अभियान में शौचालयों का निर्माण करवाना पीने का साफ पानी हर घर तक पहुँचाना, ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना, सड़कों की सफाई करना और देश का नेतृत्व करने के लिए देश के बुनियादी ढाँचे को बदलना शामिल है। स्वच्छ भारत का सपना राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने देखा था। स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर, 2014 को गाँधी जयंती के दिन भारत के प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने राजघाट में शुरू किया था। उन्होंने एक मंत्र दिया कि हम न गन्दगी खुद करेंगे और न दूसरों को करने देंगे। इस अभियान को सफल बनाने के लिए हमें सर्वप्रथम स्वयं स्वच्छ रहना होगा तभी हम अपने वातावरण और पर्यावरण को स्वच्छ रख सकते हैं।

"एक कदम स्वच्छता की ओर


(ग) "लड़कियों की शिक्षा

जहाँ तक शिक्षा का प्रश्न है, वह तो लड़कों की हो या लड़कियों की दोनों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है शिक्षा का कार्य तो व्यक्ति के विवेक को जगाकर उसे सही दिशा प्रदान करना है, परन्तु फिर भी भारत जैसे विकासशील देश में लड़कियों की शिक्षा का महत्व इसलिए अधिक है कि वे देश की भावी पीढ़ी को योग्य बनाने के कार्य में उचित मार्ग दर्शन कर सकती हैं। एक शिक्षित और विकसित मन-मस्तिष्क वाली नारी अपनी आय, परिस्थिति, घर के प्रत्येक सदस्य की आवश्यकता आदि का ध्यान रखकर उचित व्यवस्था एवं संचालन कर सकती है। इसलिए आज लड़कियों को शिक्षित किया जाने लगा है। स्त्री-शिक्षा के आँकड़े बढ़ते ही जा रहे हैं। स्त्री शिक्षा के महत्व को लोगों ने सहर्ष स्वीकारा है।


15. आए दिन बस चालकों की असावधानी के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए किसी समाचार पत्र के संपादक को एक पत्र लिखिए। [5]


उत्तर- सेवा में,

प्रधान संपादक,नवभारत टाइम्स,

आई. टी. ओ., दिल्ली ।

दिनांक 20 फरवरी, 20XX

विषय : बस चालकों की असावधानी के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर चिन्ता व्यक्त करते हुए पत्र |

महोदय,

मैं आपके लोकप्रिय दैनिक समाचार-पत्र के माध्यम से सरकार और आम जनता का ध्यान बस चालकों की बढ़ती लापरवाही और असावधानी की ओर आकर्षित करना चाहती हूँ ताकि इस समस्या से छुटकारा पाने के सुदृढ़ उपाय किए जा सकें। बस चालक चाहे सरकारी नौकरी में कार्यरत हों या निजी क्षेत्र में  काम करते हों, बसों को निर्धारित गति सीमा से अधिक तेज चलाते हैं ताकि वे अपने गंतव्य पर समय से पहले ही पहुँच जाएँ अधिक से अधिक सवारियों को अपनी बस में बैठाने की T होड़ में वे असावधानी बरतते हैं।

इसी जल्दबाजी और सवारियों को चढ़ाने की आपा-धापी में कितने यात्री बस से गिरते पड़ते उतरते हैं और भाग-दौड़ में ही बस में चढ़ते हैं। बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को दुर्घटनाग्रस्त भी होना पड़ता है। कितनी बार तेज बस चलाने के कारण, वे लाल बत्ती भी पार कर जाते हैं जिससे सड़क दुर्घटनाएँ दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। आम आदमी को इन सभी कारणों से परेशानी झेलनी पड़ रही है।

जनता के सब्र का बाँध टूटने से पहले, इन सभी को कड़ी से चेतावनी दी जानी चाहिए, अन्यथा स्थिति बेकाबू हो जाएगी।

सधन्यवाद!

भवदीया,

अंजलि गुप्ता (सचिव),

पीतमपुरा समाज सुधार कार्यालय,

दिल्ली ।


16. विद्यालय में साहित्यिक क्लब के सचिव के रूप में प्राचीर' पत्रिका के लिए लेख, कविता, निबन्ध आदि विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत करने हेतु सूचना पट के लिए एक सूचना लगभग 30 शब्दों में लिखिए। [5]




17. पुस्तक मेले में जाने के लिए उत्सुक पुत्री और उसकी माँ के बीच के संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिए।" [5]


18. अपनी पुरानी पुस्तकें गरीब विद्यार्थियों में सबसे कम दामों में वितरण करने के लिए एक विज्ञापन लगभग 25 शब्दों में लिखिए । [5]




 

Delhi Term II [Set-II]

Note: Except for the following questions, all the remaining questions have been asked in previous set.

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3. शब्द और पद में क्या अन्तर है ? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।  [1+1=2]


4. निर्देशानुसार वाक्य रूपान्तरण कीजिए: [1 × 3 = 3]

(i) चाय तैयार हुई, उसने वह प्यालों में भरी (संयुक्त वाक्य में)

(ii) बाहर बेढब - सा एक मिट्टी का बरतन था । उसमें पानी भरा हुआ था। (मिश्र वाक्य में)

(iii) अँगीठी सुलगाई और उस पर चायदानी रखी। ( सरल वाक्य में)


उत्तर- (i) चाय तैयार हुई और उसने वह प्यालों में भरी ।


(ii) बाहर बेढब सा मिट्टी का एक बरतन बाहर था जिसमें पानी भरा हुआ था।


(iii) अँगीठी सुलगाकर उस पर चायदानी रखी।


5. (क) निम्नलिखित शब्दों का विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए:  [1+1=2]

 (i) वाद्य यंत्र

(ii) न्यायालय


(ख) निम्नलिखित शब्दों को समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) नत है जो मस्तक

(ii) दूसरों पर उपकार


उत्तर- (क) (i) वाद्य के लिए है जो यंत्र- कर्मधारय समास

(ii) न्याय का आलय - तत्पुरुष समास


(ख) (i) नतमस्तक कर्मधारय समास

(ii) परोपकार - तत्पुरुष समास


6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए :  [1 × 4 = 4]

(क) आप कहाँ रहते हो ?

(ख) कुसंगति से बुरे-बुरे कुविचार मन में उठते हैं।

(ग) उसने कोई बात नहीं माना।

(घ) अरे, तुमने ये क्या करा ।


7. निम्नलिखित मुहावरों का वाक्य में इस प्रकार प्रयोग कीजिए कि उनका अर्थ स्पष्ट हो जाए : [2]

आड़े हाथों लेना, हाथ मलना।


उत्तर- (i) आड़े हाथों लेना - मदन का झूठ सामने आने पर अध्यापक ने उसे आड़े हाथों लिया।


(ii) हाथ मलना - परीक्षा परिणाम आने पर हाथ मलना व्यर्थ है।


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11. ( क ) बिहारी के दोहे' के आधार पर लिखिए कि गोपियाँ श्रीकृष्ण की बाँसुरी क्यों छिपा लेती हैं ? [2]


उत्तर- (क) गोपियाँ बात करने के सुख के लालच में श्रीकृष्ण की बाँसुरी छिपा लेती हैं वे नटखट श्रीकृष्ण से प्रेम भरी बातें करना चाहती हैं। इस उद्देश्य से ये जान-बूझकर श्रीकृष्ण की बाँसुरी छिपा लेती हैं, ताकि इसी बहाने से वे उनसे बातें कर सकें।


17. आजकल स्कूली वाहनों द्वारा हो रही असावधानियों पर माँ-बेटे के बीच हुए संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिए।" [5]


18. अपने पुराने मकान का विवरण देते हुए उसकी बिक्री के लिए लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन लिखिए। [5]





Delhi Term II [Set-III]

Note: Except for the following questions, all the remaining questions have been asked in previous set.

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3. शब्द क्या है ? वाक्य में प्रयुक्त होने पर शब्द को क्या कहते हैं ?" [1+1=2]


4. निर्देशानुसार वाक्य रूपान्तरण कीजिए: [1 × 3 = 3]

(i) चाय तैयार हुई, उसने वह प्याले में भरी फिर वे प्याले हमारे सामने रख दिए । (मिश्र वाक्य में)

(ii) दरवाजा खुलने पर वह अन्दर आ गया। (संयुक्त वाक्य में)

(iii) वह व्यक्ति बहुत बीमार था जिसे मैंने आज देखा। ( सरल वाक्य में)


उत्तर- (i) मिश्र वाक्य जैसे ही चाय तैयार हुई, वैसे ही उसने उन्हें प्याले में भरकर हमारे सामने रख दिया।


(ii) संयुक्त वाक्य दरवाजा खुला और वह अन्दर आ गया ।


(iii) सरल वाक्य आज मैंने एक बीमार व्यक्ति को देखा।


5. (क) निम्नलिखित शब्दों का विग्रह करते हुए समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) अन्नजल

(ii) समाचार वाचन


(ख) निम्नलिखित शब्दों का समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए: [1+1=2]

(i) गंगा का जल

(ii) चंद्र जैसा मुख


उत्तर- (क) (i) अन्न और जल द्वंद्व समास

(ii) समाचार का वाचन तत्पुरुष समास


(ख) (i) गंगाजल - तत्पुरुष समास

(ii) चन्द्रमुख - कर्मधारय समास


6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए : [1 ×4=4]

(क) मैंने बहुत कोशिश करी ।

(ख) वह अपना बात कहता ही रहा।

(ग) आजकल ऐसे विद्यार्थी कम ही मिलते थे ।

(घ) मेरे पास मात्र केवल दस रुपये हैं।


7. निम्नलिखित मुहावरों का वाक्य प्रयोग इस प्रकार कीजिए कि अर्थ स्पष्ट हो जाए- साँस थमना, दाँतों पसीना आना       [1+1=2]


" उत्तर- सौंस थमना - सरहद पर डटे जवानों की साँसें थमती जा रही थीं फिर भी वे मातृभूमि की रक्षा में तैनात थे।


 दाँतों पसीना आना - रानी लक्ष्मीबाई के उग्र रूप को देखकर अंग्रेजों के दाँतों पसीना आ गया।


11. (क) 'बिहारी के दोहे के आधार पर लिखिए कि किन प्राणियों में स्वाभाविक बैर है ? वे आपसी बैर कब और क्यों भूल जाते हैं ? [2]


उत्तर- (क) बिहारी जी कहते हैं कि तपती गरमी के कारण जब पानी के सभी स्रोत सूख जाते हैं, तब आपस में बैर रखने वाले सर्प, मयूर, मृग और सिंह भी आपसी शत्रुता को भुला कर एक ही घाट पर प्रेमपूर्वक व्यवहार करते हैं। इस दोहे द्वारा विपत्ति में शत्रु को भी मित्र बनाने का सन्देश दिया गया है।


17. गृहकार्य में शिथिलता देखकर पिता-पुत्र के बीच हुए संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिए। [5]


18. अपने पिताजी की पुरानी कार की बिक्री हेतु विवरण देते हुए लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन लिखिए । [5]




 

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