Important Questions Class 9th- चंद्र गहना से लौटती बेर ~ Chandra Gahna Se Lautati Ber Extra Questions
उत्तर–चना एक बीते के बराबर है। उसका रंग हरा तथा कद ठिगना है। वह सिर पर गुलाबी फूल का साफ़ा- सा बांधे, सजा खड़ा है। अलसी हठीली, शरीर से पतली तथा लचीली है। वह नीले रंग के फूल सिर पर चढ़ा कर यह कह रही है कि जो भी मुझे छुएगा, मैं उसको अपना हृदय दान दे दूंगी।
प्रश्न 2. 'देखता हूं मैं : स्वयंवर हो रहा है.. ..अंचल हिल रहा है', पंक्तियों के द्वारा कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर-इन पंक्तियों के द्वारा कवि प्रकृति का अनुरागमयी चित्रण करना चाहता है।
प्रश्न 3. कवि ने किस भूमि को प्रेम की सर्वाधिक उपजाऊ भूमि कहा है और क्यों?
उत्तर-कवि ने व्यापारिक नगरों से दूर ग्राम्य-प्रकृति को (एकांत को) प्रेम की सर्वाधिक उपजाऊ भूमि कहा है। प्रकृति की निश्छल गोद में प्रेम सहज स्वाभाविक रूप में पनपता है।
प्रश्न 4. इस कविता में 'एक चांदी का बड़ा-सा गोल खंभा' किसके लिए प्रयुक्त किया गया है?
उत्तर-सूर्य के प्रतिबिंब के लिए।
प्रश्न 5. पोखर के सौंदर्य का वर्णन इस कविता के आधार पर कीजिए।
उत्तर-पोखर में लहरें उठ रही हैं। उसके नीले जल के तले भूरी घास उगी हुई है। वह घास भी लहरों के साथ हिल-डुल रही है। उसमें सूर्य की परछाईं एक खंभे के सदृश आँखों को आकर्षक लगती है। उसके तट पर कई पत्थर पड़े हैं। वे चुपचाप पानी का सेवन कर रहे हैं।
प्रश्न 6. भाव स्पष्ट कीजिये
और सरसों की न पूछो-
हो गई सब से सयानी।
हाथ पीले कर लिये हैं,
ब्याह-मंडल में पधारी।
उत्तर-इस कथन के द्वारा कवि ने सरसों के पके हुए रूप का वर्णन किया है। चारों ओर उसका पीलापन अपना प्रभाव दिखा रहा है। उसे देखकर कवि कल्पना करता है मानो कोई युवती हाथ पीले करके ब्याह-मंडल में पधार चुकी है।
प्रश्न 7. तालाब में खड़ा बगुला नींद में होने का नाटक क्यों करता है?
उत्तर-बगुला स्वभाव से एक ढोंगी पक्षी है। वह मछलियों को देखते ही नींद में होने का ढोंग करता है। जब कोई मछली निकट आती है तो अवसर मिलते ही वह मछली को अपनी चोंच में भरकर निगल जाता है। बगुले के ढोंग के कारण ही मछलियाँ उसके नज़दीक जाती हैं और उसका आहार बन जाती हैं। इसलिए बगुला तालाब में नींद में होने का नाटक करता है।
प्रश्न 8. कवि ने चित्रकूट के क्षेत्र की जीवंतता का वर्णन किस प्रकार किया है?
उत्तर-चित्रकूट की अनगढ़ पहाड़ियों में प्राकृतिक सुंदरता नहीं है। वहाँ की बंजर भूमि पर इधर-उधर रीवाँ के काँटेदार तथा कुरूप पेड़ दिखाई देते हैं। परंतु जगह-जगह पक्षियों ने सारे क्षेत्र को जीवंत बना रखा है। कवि ने तोते की रस टपकती टें-टें तथा सारस की टिरटों-टिरटों की आवाज़ों से सारा वन क्षेत्र गूंज रहा है, जिससे वहाँ का वातावरण जीवंत बन गया है।
प्रश्न 9. कवि किसकी प्रेम कहानी सुनना चाहता है?
उत्तर-कवि अपने जीवन में पक्षियों से प्रेम-भाव की शिक्षा पाना चाहता है। इसलिए वह सारस पक्षी के साथ उड़कर हरे-भरे खेत में जाना चाहता है जहाँ उनकी जोड़ी रहती है और प्रेम व्यवहार करती है। वह उनकी प्रेम कहानी को सुनना चाहता है ताकि वह भी अपने जीवन में उन जैसा पवित्र प्रेम भाव प्राप्त कर सके।
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