Hastakshep Class 11 Important Questions | Class 11 Hindi Chapter Hastakshep Question Answer | हस्तक्षेप के प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. अन्त में सभी मनुष्यों के बावजूद मुर्दा ही क्यों हस्तक्षेप करता है ?
उत्तर : क्योंकि मुर्दा तो आखिर मुर्दा है। उसको किसी का क्या डर। वह तो पहले ही मर चुका। यदि वह हस्तक्षेप करेगा तो उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। वह डर, भय से परे है।
प्रश्न 2. ‘तुम कितना भी कतराओ बच नहीं सकते हस्तक्षेप से’- इन पंक्तियों के सन्दर्भ में बताएँ कि क्या सामाजिक दायित्व और कर्त्तव्य से विमुख व्यक्ति का स्वतंत्र अस्तित्व सुरक्षित रह पाएगा ?
उत्तर : यदि हमें स्वतंत्र रहना है और अपने अस्तित्व को कायम रखना है तो हस्तक्षेप तो करना ही पड़ेगा। बिना हस्तक्षेप किए स्वतंत्रता कायम नहीं रह सकती। निरंकुशता दिन-प्रतिदिन बढ़ती चली जाएगी। हम अपने सामाजिक दायित्वों एवं कर्त्तव्यों का निर्वाह भी नहीं कर पाएँगे।
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प्रश्न 3. मगध में व्यवस्था क्यों और किसलिए रहनी चाहिए ?
उत्तर : मगध में व्यवस्था इसलिए रहनी चाहिए ताकि वह निरंकुश होकर लोगों पर शासन कर सके। मगध की व्यवस्था से तात्पर्य ऐसी शासन प्रणाली से है जहौँ कोई कुछ भी बोलने का अधिकार न रखता हो।
प्रश्न 4. मगध के लोगों में किस तरह का डर समाया हुआ है ?
उत्तर : मगध के लोगों में यह डर समाया हुआ है कि कहीं टोकने से यहाँ टोकने का रिवाज न बन जाए। फिर लोग बात-बात पर टोकने लगेंगे। कोई इनको रोक नहीं पाएगा। टोकने वालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती चली जाएगी और मगध का तंत्र ध्वस्त हो जायेगा।
प्रश्न 5. मगध के बहाने ‘हस्तक्षेप’ कविता किस व्यवस्था की ओर संकेत कर रही है ?
उत्तर : मगध के बहाने ‘हस्तक्षेप’ कविता ऐसे तंत्र का वर्णन कर रही है जहाँ किसी को किसी भी प्रकार के विरोध का न तो अधिकार ही है और न ही जहाँ विरोध की गुँजाइश है।
प्रश्न 6. छींक, चीख और टोक व्यवस्था बनाए रखने में बाधक कैसे हैं ?
उत्तर : यदि कोई छींकता, चीखता है या टोकता है तो एक व्यक्ति की देखा-देखी अन्य व्यक्ति भी इस प्रकार के हस्तक्षेप करने शुरु कर देंगे। ऐसा करने से विरोध के स्वर को बल मिलता चला जाएगा। इसका सबसे बड़ा नुकसान निरंकुश शासन को यह होगा कि वहाँ की व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो जाएगी।
प्रश्न 7. मुर्दा के हस्तक्षेप करने से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर : ‘मुर्दा’ के हस्तक्षेप करने से तात्पर्य यह है कि जब एक मुर्दा अर्थात् एक ऐसा व्यक्ति जिसकी गणना कहीं भी नहीं होती, जो शक्तिहीन है जब वह हस्तक्षेप कर सकता है तो अन्य मनुष्य हस्तक्षेप क्यों नहीं कर सकते। जनतंत्र को चलाना है तो हस्तक्षेप करना ही पड़ेगा।
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प्रश्न 8. ‘मगध है तो शान्ति है’-इस पंक्ति का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : मगध यहाँ निरंकुश शासन व्यवस्था का प्रतीक है। निरंकुश शासन व्यवस्था तभी तक कायम रहती है जब तक वहाँ कोई विरोध का स्वर ऊँचा न करे। वहाँ की शान्ति तभी तक रहती है जब तक वहाँ किसी को हस्तक्षेप करने का अवसर न दिया जाए।
प्रश्न 9. ‘मनुष्य क्यों मरता है ? पंक्ति में निहित व्यंग्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर : जिस मनुष्य पर अत्याचार होता है और वह उसको सहता रहता है तथा जो अपने मान-सम्मान की रक्षा भी नहीं कर पाता वह मरे हुए के समान ही होता है।
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